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Thursday, February 2, 2012

विचार गोष्ठी और सांस्कृतिक कार्यक्रम





राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ
( फरीदाबाद)

दिनांक :23.01.0212



स्वामी विवेकानंद जी के जन्मदिवस ( 12.01.2012 ) के उपलक्ष्य में मनाये जा रहे
 ' युवा पखवाड़ा ' के तहत बल्लबगढ़ के ब्राह्मणवाडा स्थित आर्य समाज सेवा सदन में  रविवार 22.01.2012 को  रा. स्व. संघ और स्वामी विवेकाननद केंद्र के संयुक्त तत्वाधान में एक विचार गोष्ठी और सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया |  कार्यक्रम में  बड़ी संख्या में युवाओं की भागीदारी रही | मानव रचना कोलेज के विद्यार्थी सागर और अंकित ने हारमोनियम व तबला वादन के साथ देशभक्ति के गीतों से  उपस्थित सभी लोगों का मन मोहा,  तो तिगांव राजकीय कोलेज के आकाश ने ' हिम्मत करने वालों की हार नहीं होती......' कविता सुनाकर सभी युवाओं का मनोबल बढाया | बी.एस. अनंगपुरिया कोलेज के छात्र आदित्य ने गिटार की धुन पर देशभक्ति के गीत सुनाकर समां बांधा |     इस अवसर पर मुख्य वक्ता के रूप में पधारे स्वदेशी जागरण मंच के अखिल भारतीय मंत्री श्री कश्मीरी लाल  ने युवाओं को संबोधित करते हुए कहा कि स्वामी विवेकानंद विश्व के सभी युवाओं के लिए प्रेरणा स्रोत हैं | प्रत्येक युवा को विवेकानंद जी की जीवनी पढनी चाहिए जिससे  युवा  ना  केवल  अपने   भविष्य   के लिए सही  नियोजन  कर  पायेंगे बल्कि देश और समाज के प्रति युवाओं के नजरिये में निश्चित रूप से सकारात्मक  बदलाव आएगा |  स्वामी विवेकानंद जी के जीवन से प्रेरणा लेकर चलने वाले युवकों को न तो कभी जिम जाने की आवश्यकता पड़ेगी और न ही अलग से टयूसन पढने की | उन्होंने बताया कि  महात्मा गांधी जी ने कहा था कि जब उन्होंने स्वामी विवेकानंद जी की जीवनी पढ़ी तो देश के प्रति उनकी भावना सौ गुणा अधिक बढ़ गयी |  नेताजी सुभाष चंद बोस ने कहा था कि जबसे उन्होंने स्वामी जी के जीवन दर्शन को पढ़ा तब से उनका जीवन ही बदल गया | पंडित जवाहर लाल नेहरु जी ने भी कहा था कि यदि देशभक्ति सीखनी है तो स्वामी विवेकानंद जी के जीवन दर्शन को पढ़ें | वर्तमान परिप्रेक्ष्य में यदि देखें तो युवाओं के ह्रदय में वास कर चुके श्री अन्ना हजारे के प्ररणा स्रोत स्वामी विवेकानंद और महात्मा गाँधी ही हैं |  उन्होंने बताया कि देशभक्ति का दूसरा नाम है - स्वामी विवेकानंद | 
उन्होंने कहा कि  इंजीनियरिंग व मेनेजमेंट के छात्रों के लिए भी  स्वामी विवेकानंद जी का  जीवन दर्शन एक बहुत बढ़िया  मार्गदर्शक   का कार्य करेगा | भारतीय विज्ञानं संस्थान, बेंगलुरु  के शताब्दी समारोह में पूर्व राष्ट्रपति डा. अब्दुल  कलाम ने बताया था कि उस संस्थान का निर्माण स्वामी विवेकानंद जी की प्रेरणा से ही किया गया था और जमशेद जी टाटा ने स्वामी विवेकानंद जी  को उस संस्थान का वाइस-चांसलर बनने के लिए आग्रह भी किया था | 
रा.स्व. संघ के कार्य को स्वामी जी के जीवन से जोड़ते हुए उन्होंने कहा कि स्वामी जी और संघ के बीच गहरी समानता है | स्वामी जी ने अगले सौ वर्षों तक केवल भारतमाता की उपासना के लिए देश वासियों  को आग्रह किया था और रा.स्व.संघ भी प्रतिदिन शाखाओं पर भारतमाता की ही  प्रार्थना करता है | स्वामी जी ने कहा था की यदि उन्हें सौ चरित्रवान और संस्कारवान नौजवान मिल जाएँ तो वे देश की तस्वीर बदल सकते हैं | संघ का कार्य भी शाखाओं के माध्यम से  चरित्रवान  और संस्कारवान व्यक्तियों का निर्माण करना है | स्वामी जी ने कहा था " उठो, जागो और लक्ष्य प्राप्ति तक रुको नहीं " , संघ का कार्य भी सन १९२५ से निरंतर अपने लक्ष्य को ओर बढ़ रहा है | 
कार्यक्रम की अध्यक्षता सेवानिवृत बैंक अधिकारी श्री आर.के. गुप्ता जी ने की | अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में उन्होंने कहा कि जीवन में आगे बढ़ने के लिए  केवल किताबी शिक्षा ही पर्याप्त नहीं है | सामाजिक सरोकार भी जीवन में बहुत मायने रखते हैं | कार्यक्रम में उपस्थित युवाओं की अच्छी संख्या पर उन्होंने ख़ुशी जाहिर करते हुए कहा कि यदि देश का  युवा जाग्रत है तो देश जाग्रत है, देश का भविष्य युवाओं के हाथ है | उन्होंने बताया कि सेवानिवृत्ति के पश्चात् वह कई इंजीनियरिंग कोलेजों में जाकर निशुल्क अपनी सेवाए प्रदान करते हैं और उपस्थित युवाओं को इंजीनियरिंग व मेनेजमेंट से सम्बंधित किसी भी प्रकार की निशुल्क  सलाह-मशविरा के लिए  हर समय उपलब्ध रहने का वचन दिया | 
एडवोकेट अशोक वर्मा, एडवोकेट आर.एस. वर्मा , एडवोकेट राजेंद्र गोयल, सेवानिवृत प्रोफ़ेसर डा. लक्ष्मी नारायण श्रीवास्तव , भारत स्वाभिमान ट्रस्ट के जिला अध्यक्ष जयपाल शास्त्री, जिला प्रचार टोली के सदस्य किशोर कुमार, जिला कोलेज विद्यार्थी प्रमुख प्रोफ़ेसर पवन सिंह मलिक   आदि  भी कार्यक्रम में प्रमुख रूप से उपस्थित रहे |  

PAWAN SINGH(JILA COLLEGE V. PRAMUKH)
9212334029


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