राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ
फरीदाबाद
1947 का भारत-विभाजन जल्दबाजी में किया गया एक अप्राकृतिक विभाजन है : कश्मीरी लाल
तेरी ओर कोई आँख उठाकर भी देखे तो ऐ वतन, वक्त आने पर मरघट से भी कफ़न मांगेंगे..............इस प्रकार अपने देश और समाज के लिए हर प्रकार की कुर्बानी देने के लिए हमेशा तैयार रहने का आवाह्न करते हुए स्वदेशी जागरण मंच के राष्ट्रीय संगठन मंत्री श्री कश्मीरी लाल जी ने 14 अगस्त को सेक्टर 11 स्थित मिलन वाटिका में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, फरीदाबाद द्वारा आयोजित 'अखंड भारत संकल्प दिवस' कार्यक्रम के अवसर पर उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि 14 -15 अगस्त 1947 की रात्रि को हुआ भारत का विभाजन जल्दबाजी में किया गया एक अप्राकृतिक विभाजन था, अंग्रेजों की कुटिल चाल व सत्ता के भूखे नेताओं की अदूरदर्शिता का परिणाम था |
उन्होंने कहा कि लाखों माताओं की कोख उजड़ गयी, लाखों बहिनों की मांग का सिंदूर उड़ गया, लाखों बच्चे अनाथ हो गए, अनगिनत माता बहिनों के साथ दुर्व्यवहार हुआ , रा. स्व. संघ के अनेक स्वयंसेवकों ने दिन-रात सेवा और मेहनत कर पाकिस्तान के हिस्से वाले क्षेत्रों में फंसे हिन्दुओं को वहां से सुरक्षित निकालने हेतु अपने प्राणों कि बलि दे दी , देश जिसे हमारे पूर्वजों ने भारतमाता कहा , के तीन टुकड़े कर दिए गए , और इस प्रकार भीषण त्रासदी का गवाह बना 15 अगस्त 1947 | उन्होंने कहा कि ये सच है कि 15 अगस्त 1947 का दिन हमारा स्वाधीनता दिवस है, हमारा राष्ट्रीय पर्व है क्योंकि इसी दिन 250 वर्षों से हमारे देश की सत्ता पर काबिज अंग्रेजों ने हमारे अपनों के हाथों देश की बागडोर सौंपी थी | परन्तु इस राष्ट्रीय पर्व को मनाते वक्त हमें यह कभी नहीं भूलना चाहिए कि जब दो जर्मनी एक हो सकते हैं, एक पाकिस्तान के दो हो सकते हैं तो तीन टुकड़ों में बँटा भारत फिर से एक क्यों नहीं हो सकता ? उन्होंने विश्वास जताया कि एक न दिन ये होकर रहेगा |
इस अवसर पर भारतमाता का पूजन किया गया, जलते हुए दीपों से अखंड भारत का मानचित्र बनाकर उपस्थित सभी लोगों ने उसकी परिक्रमा की और पुष्प अर्पित कर अखंड भारत का संकल्प दोहराया | पूरी वाटिका देशभक्ति के गीत, कविता व लघु नाटिका आदि के आयोजन से देशभक्ति के रस में सराबोर हो गयी | कोलेज विद्यार्थी स्वयंसेवकों राहुल, रोहित, नरेन्द्र, राम बहादुर आदि ने अमर शहीद भगत सिंह, राजगुरु व सुखदेव की फांसी पर एक बहुत तेजस्वी लघु नाटिका प्रस्तुत की, प्रदीप कुमार ने प्रसिद्द कवि हरिओम पंवार की कश्मीर पर लिखी वीर रस की कविता ' मैं घायल घाटी के दिल की धड़कन गाने निकला हूँ........... ' सुना कर सभी के रोंगटे खड़े कर दिए | सुशीम पांडे ने ' है प्रीत जहां की रीत सदा , मैं गीत वहां के गाता हूँ..............., सुनाया, तो कुमारी दीपिका ने ' छोडो कल की बातें, कल की बात पुरानी, नए दौर में लिखेंगे हम मिलकर नयी कहानी...........सुनाकर सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया |
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे बी. एस. अनंग्पुरिया इंजीनियरिंग कालेज के निदेशक डा. एस.एस. त्यागी ने अपने अध्यक्षीय आशीर्वचन में कहा कि 15 अगस्त 1947 को मिली आजादी अभी अधूरी आजादी है , इसे पूर्ण आजादी में बदलना हम सबका कर्तव्य है | उन्होंने कहा कि संघ की अखंड भारत की कल्पना संघ की देश के प्रति अनन्य निष्ठा व समर्पण का प्रमाण है | श्री राम कालेज आफ इंजीनियरिंग के डीन डा. सुनील गर्ग सहित रा.स्व. संघ के जिला संघचालक श्री अजित जी जैन , जिला कार्यवाह राकेश त्यागी, हरियाणा प्रदेश के कोलेज विद्यार्थी पमुख प्रताप जी मलिक, विभाग संपर्क प्रमुख दीपक अग्रवाल जी, सह-जिला प्रचार प्रमुख एडवोकेट राजेंद्र गोयल सहित सैकड़ों महिलाओं, बच्चों व शहर के अनेक गणमान्य नागरिकों ने इस कार्यक्रम में भाग लिया |
मंच संचालन 11 वीं कक्षा की छात्रा गौरी व आशीष ने किया |
-राजेंद्र गोयल एडवोकेट,
सह-जिला प्रचार प्रमुख, रा. स्व. संघ, फरीदाबाद
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